लखनऊ, 8 जून 2025:
प्रसिद्ध
सामाजिक कार्यकर्ता और आरटीआई एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा ने सूचना का अधिकार अधिनियम,
2005 के तहत एक आवेदन दायर कर 2016 बैच के आईएएस अधिकारी प्रथमेश कुमार की चयन प्रक्रिया से जुड़े दस्तावेजों की
मांग की है। प्रथमेश कुमार, जो कि चंडीगढ़
के निवासी हैं और जिनकी जन्मतिथि 4 अगस्त 1992 है, उनके चयन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह
आरटीआई दाखिल की गई है।
मांगी गई जानकारी में शामिल हैं:
- प्रथमेश कुमार द्वारा यूपीएससी सिविल सेवा (प्रारंभिक और मुख्य) परीक्षा 2016 के लिए जमा किए गए सभी दस्तावेज, प्रमाणपत्र, रोल नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर।
- परीक्षा फॉर्म और डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म की प्रतियां।
- प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार (इंटरव्यू) के सभी मार्कशीट्स और परिणाम।
- चयन प्रक्रिया के दौरान जमा किए गए सभी दस्तावेजों का डोजियर, जिसमें जाति, दिव्यांगता, ईडब्ल्यूएस आदि के प्रमाणपत्र शामिल हैं।
- नाम, जन्मतिथि या अन्य व्यक्तिगत विवरण में मामूली अंतर के लिए दिए गए हलफनामे, सरकारी सेवक के लिए दी गई अंडरटेकिंग (यदि लागू हो), और कोई अन्य शपथपत्र।
- यूपीएससी और प्रथमेश कुमार के बीच चयन से संबंधित कोई भी पत्राचार या रिकॉर्ड।
पारदर्शिता के लिए उठाया गया कदम
उर्वशी शर्मा ने अपने आवेदन में कहा है कि यह जानकारी इसलिए मांगी गई है ताकि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे और कहीं कोई अनियमितता या गड़बड़ी न हो, जैसा कि हाल ही में आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के मामले में आरोप लगे थे। उन्होंने मांग की है कि आवेदन, परीक्षा और चयन की पूरी अवधि के सभी रिकॉर्ड उपलब्ध कराए जाएं।
यूपीएससी से जवाब की प्रतीक्षा
अब सभी की नजरें यूपीएससी के जवाब पर टिकी हैं। क्या आयोग इस आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी उपलब्ध कराएगा? क्या इससे सिविल सेवा परीक्षा की चयन प्रक्रिया में और पारदर्शिता आएगी? यह देखना दिलचस्प होगा।
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